मतदान करना लोकतंत्र के लिए अनुष्ठान है:- पवन कुमार त्रिभुवन,शोध छात्र

मतदान करना लोकतंत्र के लिए अनुष्ठान है:- पवन कुमार त्रिभुवन,शोध छात्र

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बौंसी/बांका:- किसी भी लोकतांत्रिक देश की तरक्की का आधार संबंधित देश की नागरिकों की राजनीतिक जागरूकता पर निर्भर करती है। जनता में राजनीतिक जागरूकता और मतदान के प्रति सक्रियता ही कुशल,दक्ष और जवाबदेह जनप्रतिनिधियों का चयन में सहयोग करती है। भारत ही विश्व का एक मात्र ऐसा देश है जिसने दुनिया को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया। दुनिया के सामने भारत ने यह सिद्ध करके दिखा दिया कि लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था से बेहतर और कोई शासन व्यवस्था नहीं हो सकता है। सांस्कृतिक विविधताओं के बाबजूद भारत आज लोकतांत्रिक मुल्यों की रक्षा करने में सफल रहा है। लोकतंत्र की रक्षा करने में जनता की अहम् भूमिका होती है। जनता में शैक्षिक चेतना के विकास ने राजनीतिक सक्रियता को प्रबल किया है। राजनितिक उदासिनता लोकतंत्र के लिए ख़तरा है। लोकतंत्र को बचाने के लिए जनमत का होना बहुत जरूरी है। यह तभी संभव है जब जनता में मतदान को लेकर उत्साह हो। मतदान, जनता को मिलने वाली राजनीतिक अधिकार है। देश की उन्नति और लोकतांत्रिक मुल्यों की रक्षा करने के लिए जनता को चाहिए कि मतदान में बढ़ -  चढ़कर हिस्सा लें। मतदान के प्रति थोड़ी सी भी उदासिनता समाज और देश के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। वोट की ताकत समक्ष कर बिना बिके स्वच्छ, कर्मठ, कर्तव्यनिष्ठ और शिक्षित प्रतिनिधियों का चयन और बेहतर सरकार बनाने के लिए मतदान जरूर करें ।

कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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