Banka News: पंडित बलिराम शर्मा महाविद्यालय बांका: इतिहास के झरोखों से....

Banka News: पंडित बलिराम शर्मा महाविद्यालय बांका: इतिहास के झरोखों से....

Share with
Views : 654
संकलन: डॉ अचल भारती  
बांका:- जिले वासियों के लिए बड़ा ही गर्व का दिन रहा होगा. जिस दिन उच्च शिक्षा के लिए सरकारी कॉलेज का संकल्प तत्कालीन जनसंघ के नेता पंडित वेणी शंकर शर्मा पूरा हुआ था. वह शुभ तिथि था 23 अक्टूबर 1959 ई.(स्थापना सह उद्घाटन) इसी दिन पंडित बलिराम शर्मा महाविद्यालय बांका का उद्घाटन तत्कालीन कांग्रेस नेत्री इंदिरा गांधी ने किया था. भारतीय जनसंघ के पंडित वेणीशंकर शर्मा ने कांग्रेस की शंकुतला देवी को 30 हजार से अधिक मतों के अंतर से पराजित कर दिया था. संसदीय इतिहास की यह घटना 1967 के चौथे लोकसभा चुनाव की है. पंडित वेनी शंकर शर्मा के पिता पंडित बलराम शर्मा उलझे विचारक, समाजसेवी, व्यवसायी एवं लेखक साहित्यकार थे. संस्थापक पंडित वेणी शंकर शर्मा का जन्म अलीगंज बांका स्थित आवास पर 24 जनवरी 1907 ई. को हुआ था. इसकी शिक्षा दीक्षा आरएमके स्कूल से लेकर भागलपुर (टी.एन.जे.) व कोलकाता में पूरी हुई थी. एलएलबी की डिग्री लेकर इन्होंने कोलकाता में ही वकालत कार्य करना प्रारंभ किया था. ये कोलकाता से प्रकाशित दैनिक विश्वामित्र के उप संपादक तथा मारवाड़ी त्रैमासिक पत्रिका के संपादक भी रहे. हिंदी में लिखी इसकी पुस्तक "भूली बिसरी बातें भूले बिसरे लोग" तथा अंग्रेजी में लिखी पुस्तक "स्वामी विवेकानंद ए फॉरगॉटेन चैप्टर" काफी चर्चित हुई. यह 1967 ईस्वी में जनसंध की ओर से बांका के सांसद भी हुए. पंडित वेणी शंकर शर्मा अच्छे विचारक, चिंतन, सुधी समाज सेवक, विधिवेता के साथ-साथ उच्च कोटि के साहित्यकार भी थे. साथ ही दर्जनों संस्थाओं से जुड़कर उच्च फलक पर सेवा भाव का परिचय भी देते थे. आज भी शिक्षा जगत में दोनों पिता और पुत्र पी.बी.एस.कॉलेज बांका का नामांकरण स्थापना व शुभारंभ को लेकर इतिहास के पन्नों में मिल के पत्थर बने हुए हैं.

ब्यूरो रिपोर्ट:- कुमार चंदन।
error: कॉपी नहीं होगा भाई खबर लिखना सिख ले